आपको भारत में नए बने वार मेमोरियल सहित दुनियाभर के कुछ ऐसे स्मारकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें किसी ने किसी युद्ध में मरे गए लोगों की याद में बनाया गया है।
नयी दिल्ली का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की संरचना ‘चक्रव्यूह’ जैसे है जिसमें चार वृत्ताकार परिसर अथवा चक्र – अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र और रक्षा चक्र हैं। इनमें से अमर चक्र 15.5 मीटर ऊंचा स्मारक स्तम्भ है जिसमें अमर ज्योति प्रज्वलित रहेगी।
यहां रोजाना सूर्यास्त से पहले रीट्रीट सैरेमनी भी आयोजित होगी तो रविवार को सुबह 9.50 बजे चेंज ऑफ गार्ड सैरेमनी होगी जो करीब आधे घंटे चलेगी।
40 एकड़ में फैले इस स्मारक में 16 ऑनल वॉल बने हैं जिस पर लगे बोर्ड पर आजादी के बाद हुए युद्ध और आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान शहीद हुए 25 हजार 942 जवानों के नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं। एक मोबाइल एप भी लॉन्च किया जा रहा है जिसके जरिए लोग यह सर्च कर सकेंगे कि किस शहीद का नाम मेमोरियल में कहां दर्ज है। इसे बनाने की प्रक्रिया 2014 में शुरू की गई थी और 25 फरवरी, 2019 तक इसे तैयार कर लिया गया।
नेशनल वॉर मेमोरियल बनने के बाद अब शहीदों से जुड़े सभी कार्यक्रम अमर जवान ज्योति के बजाए यहीं होंगे।
इस स्मारक के निर्माण में लगभग 176 करोड़ रुपए की लागत आई है।
1947-48, 1961 में गोवा मुक्ति आंदोलन, 1962 में चीन से युद्ध, 1965 में पाक से जंग, 1971 में बंगलादेश निर्माण, 1987 में सियाचिन, 1987-88 में श्रीलंका और 1999 में कारगिल में शहीद होने वाले सैनिकों के सम्मान में इसे बनाया गया है।
सुरक्षा चक्र में 600 पेड़ हैं जो देश की रक्षा में तैनात जवानों को दर्शाते हैं। इन सबके साथ-साथ स्मारक में इलैक्ट्रिक पैनल के जरिए भी जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इनमें शाम के समय रंग-बिरंगी लाइटें जलेंगी।
यहां जाने की कोई फीस नहीं हैं लेकिन मुख्य क्षेत्र और परम योद्धा स्थल के लिए समय निश्चित किया गया है।
इसके निकट ही 21 परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं की कांस्य प्रतिमाएँ भी बनाई गई हैं।
विश्व के कुछ अन्य प्रमुख युद्ध स्मारक
वियतनाम वार मेमोरियल (युद्ध स्मारक):
अमेरिका के वाशिंगटन में स्थित वियतनाम युद्ध स्मारक 2 एकड़ में फैला है। इस स्मारक को 13 नवम्बर, 1982 को खोला गया था। वियतनाम युद्ध में भाग लेने वाले अमेरिकी सशस्त्र बलों को सम्मानित करने के लिए इस स्मारक का निर्माण किया गया था।
होलोकॉस्ट मेमोरियल:
जर्मनी के बर्लिन स्थिर होलोकॉस्ट मेमोरियल को 10 मई 2005 को खोला गया था। दरअसल हिटलर ने अपने शासन के दौरान 5 लाख सोवियत यहूदियों की हत्या कर दी थी। यह स्मारक उन्हीं की याद में बनाया गया था।
9/11 मेमोरियल:
यह मेमोरियल अमेरिका के न्यूयार्क में स्थित है। इस स्मारक स्थल को 11 सितम्बर, 2011 को खोला गया था। इसे वर्ल्ड ट्रेड सैंटर पर हुए आतंकी हमलों में मारे गए 3000 लोगों की याद में बनवाया गया है।
कोरियन वॉर मेमोरियल (युद्ध स्मारक):
आर्लिंग्टन स्थित कोरियाई युद्ध स्मारक का निर्माण कोरियाई युद्ध के दौरान मारे गए 6 लाख से अधिक अमेरिकी और संयुक्त राष्ट्र सैनिकों की याद में 27 जुलाई, 1995 को किया गया था।
मरीन कॉर्प्स मेमोरियल:
वर्जिनिया में स्थित मरीन कोर युद्ध स्मारक का निर्माण अमेरिकी समुद्री वाहिनी के शहीदों को सम्मानित करने के लिए किया गया था।