यह एक ऐसा स्थान है जहां समुद्री पक्षियों के चहचहाने की आवाजें तथा सागर की ओर से आने वाली हवाओं की खुशबु के बीच सुबह नींद खुलती है। पहले मोगादूर नाम से जाना जाता यह शहर सभी आगंतुकों का स्वागत पूरी गर्मजोशी से करता है। यहां स्थित मेदीना शानदार कला तथा ‘थूया’ नामक लकड़ी की कलाकारी का केंद्र है। ‘थूया’ के लिए एक विशेष प्रजाति के पेड़ों की जड़ों का बेहद कलात्मक ढंग से प्रयोग किया जाता है।
एस्साऊरा देश का एक प्रमुख मत्स्य केंद्र भी है। इतना ही नहीं, मशहूर आर्गन तेल उत्पादन का भी यह प्रमुख स्थल है। जहां सभी पर्यटकों में भोजन के लिए आर्गन के पेड़ों पप्र ऊंचाई तक चढ़ने के लिए विख्यात बकरियों को देखने की यह दिलचस्प आदत केवल इसी इलाके में देखने को मिलता है। रोमांचपसंद लोग समुद्र में सर्फिंग से लेकर पतंगबाजी का आनंद भी ले सकते हैं।
कलाप्रेमियों के लिए:
एस्साऊरा की गलियां प्रतिभाशाली कलाकारों की बनाई हुई सुंदर कलाकृतियों से भरी हैं। यहां स्थानीय कलाकारों की कलाकृतियों की सुंदरता देखते ही बनती है। शहर में मेदीना नामक स्थान में अनेक कलाकृतियाँ मौजूद हैं जहां चुनने के लिए कलाओं की खासी विविधता है।
यहां की स्ट्रीट आर्ट भी कमाल की है। सड़क किनारे दीवारों को एक चित्रपट की तरह इस्तेमाल किया गया है। दीवारों पर बनाई गई तस्वीरों में कुदरत के नजारों से लेकर राजनीतिक कटाक्ष तक किया गया है। स्पष्ट है कि शहर में रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए स्ट्रीट आर्ट की पूरी स्वतंत्रता है।
संतरे का रस:
मोरक्को के किसी भी हिस्से में आप हों, संतरे के रस का स्वाद चखे बगैर यहां से शायद ही कोई लौटता होगा। एस्साऊरा भी इसका अपवाद नहीं है। यहां का मछली बाजार भी खास मशहूर है जहां विभिन्न प्रजातियों की ताजा मछलियां मिलती हैं।
चांदी की चमक:
एस्साऊरा चांदी की सुंदर चीजों के लिए भी लोकप्रिय है। चांदी से बनी चीजों में प्राचीन डिजाइनों से लेकर नवीनतम डिजाइन मिल जाते हैं। चांदी के आभूषणों तथा अन्य तरह की सजावटी चीजों में चुनने के लिए यहां ढेरों विकल्प हैं। मेदीना नामक इलाके में अनेक बुटीक भी हैं। यहां मोलभाव करने की भी छुट है।
एस्साऊरा की बिल्लियां:
18 वीं सदी में इस शहर को किलेनुमा रूप दिया गया था। यह बंदरगाह मछली पकड़ने वाला एक प्रमुख केंद्र रहा है, मछलियों की वजह से यहां बिल्लियों की संख्या भी काफी ज्यादा है। बिल्लियां केवल समुद्र किनारे ही नहीं, यहां की कलाकृतियों में भी खूब दिखाई दे जाती हैं। शहर की कई दीवारों पर बिल्लियों की तरह-तरह की तस्वीरें हैं।