गहरे क्रेटरों, गर्म-चमकता लावा से लेकर खूबसूरत चोटियों तक ज्वालामुखी कई कारणों से आकर्षक हैं। वे लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं। हालांकि, कभी-कभार उनका खतरनाक रूप भी सामने आ ही जाता है।
1500 सक्रिय ज्वालामुखी:
दुनिया भर में लगभग 1,500 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इनमें से किसी एक के फूटने पर भी कई दिनों तक आकाश में धुआं छा सकता है जिससे स्वास्थ्य समस्याओं से लेकर हवाई यातायात में रुकावट पड़ती है।
Nyiragongo Volcano in Democratic Republic of the Congo
‘पैसिफिक रिंग ऑफ फायर‘ में लगभग 450 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इनमें से अकेले इंडोनेशिया में ही 127 हैं। 2010 में जावा के ‘मेरापी’ ज्वालामुखी में विस्फोट से निकली राख के बादल आकाश में 18 किलोमीटर तक फैल गए थे। ज्वालामुखी के आस-पास के इलाकों को कई दिन पहले खाली करवा लिया गया था जिससे हजारों लोगों की जान बच गई। लेकिन ज्वालामुखीयों से उत्पन्न जोखिम ‘रिंग ऑफ फायर’ तक ही सिमित नहीं है। उदाहरण के लिए यूरोप में सिसिली में ‘माउंट एटना’ है। दिसम्बर 2018 में इसमें कई छोटे विस्फोट और भूकम्प आए। हालांकि, यही ज्वालामुखी बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। अब वहां जाना भी बहुत आसान हो गया है यहां के लिए होटलों से विशेष बसें चलती हैं। विस्फोट के दौरान ज्वालामुखी विज्ञानी पर्यटकों को उनके बारे सूचित करके उन्हें ज्वालामुखी से दूर रहने की हिदायत देते हैं लेकिन पर्यटक रात के वक्त उफनते लावा को देखना चाहते हैं। जैसे कि पूर्वी कांगो के ‘न्यीरागोंगो’ ज्वालामुखी की खौलती लावा झील को रात में देखना खूब लोकप्रिय है।
Why there’s a ring of natural disasters around the Pacific
2017 में जब ‘माउंट अगुंग’ से आकाश में धुएं के विशाल बादल छा गए तो अनेक पर्यटकों को नहीं पता था कि बाली में केवल शानदार समुद्र तट ही नहीं, सक्रिय ज्वालामुखी भी मौजूद हैं। जिन्हें पहले से नहीं पता वे इनके बारे में जान के चौंक जाते हैं परंतु ऐसे पर्यटकों की भी कमी नहीं हैं जो जान-बूझ कर ज्वालामुखीयों को देखने के लिए सफर करते हैं। फूटने पर ज्वालामुखी बहुत खतरनाक हो सकते हैं जो गांव के गांव या पूरे शहर को तबाह कर देते हैं। फिर भी वे पर्यटकों को प्रकृति का अतुलनीय अनुभव प्रदान करने वाले प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं।
ज्वालामुखी पर ट्रैकिंग:
यूरोप के बाहर ‘वोलकैनो ट्रैकिंग’ भी पर्यटकों में खासी लोकप्रिय है विशेष रूप से मध्य तथा दक्षिण अमेरिका में। इंडीज में 5000 या 6,000 मीटर से भी अधिक ऊंचे अनेक प्रभावशाली ज्वालामुखी किसी माला में पिरोए मोतियों की तरह उत्तर से दक्षिण की ओर फैले हैं। दक्षिण अमेरिकी देश चिली में ही अकेले 80 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इक्वाडोर में ‘कोटोपाक्सी’ विशेष रूप से सुंदर है जो समय-समय पर सक्रिय होता रहा है। इसकी राख करीब स्थित राजधानी क्विटो तक पहुंचती है।
Hiking Mount Rinjani, Indonesia
सुरक्षा का रखें ध्यान:
विशेषज्ञों के अनुसार ज्वालामुखी पर्यटन को जिम्मेदारी से अंजाम देना महत्वपूर्ण है। पर्यटकों को सुनिश्चित करना चाहिए उन्हें ज्वालामुखी की स्थिति के बारे में ताजा तथा पूर्ण जानकारी हो।
कुछ देशों के पर्यटन कार्यालय वहां स्थित ज्वालामुखियों से जुड़े खतरों का उल्लेख करते हैं।
किसी इलाके में स्थित ज्वालामुखी से पर्यटकों को कितना चिंतित होना चाहिए यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे किस क्षेत्र में हैं। विश्व के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक हवाई के ‘किलौआ’ ज्वालामुखी में हालिया विस्फोट से बिग आईलैंड पर दूर-दूर तक लावा फैल गया और काफी क्षति हुई लेकिन जो लोग हवाई के अन्य टापुओं पर छुट्टियां बिताना चाहते थे, उन्हें इससे खतरा नहीं था।
वास्तव में ज्वालामुखी विस्फोट से पर्यटकों को नुक्सान का जोखिम यात्रा से जुड़े अन्य खतरों से अपेक्षाकृत कम है । ऊंचाई तथा खराब मौसम को अक्सर कम करके आंका जाता है।
उदहारण के लिए टैनेराइफ का लोकप्रिय ‘टेइडे’ ज्वालामुखी ऑस्ट्रिया की सबसे ऊंची चोटी ‘ग्रॉसग्लॉकनर’ जितना ऊंचा है। अनेक लोग वहां जाना चाहते हैं लेकिन इसकी 3,700 मीटर से अधिक ऊंचाई को यूं ही टहलते हुए नहीं चढ़ सकते हैं।
कई बार ज्वालामुखियों से केवल पर्यटक ही प्रभावित नहीं होते हैं। आइसलैंड के ‘आईयाफ्यातलायेरकिटल’ ज्वालामुखी में 2010 में हुए विस्फोट के बाद उत्तरी तथा मध्य यूरोप में हवाई यातायात कई दिनों तक बंद रहा था परंतु आज भी यह ज्वालामुखी आइसलैंड में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।