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और हरा-भरा हो रहा है बर्लिन

बर्लिन और हरा-भरा हो रहा है

जर्मनी की राजधानी बर्लिन दुनिया के सबसे हरे-भरे शहरों में से एक है। इसका 44 प्रतिशत हिस्सा या तो हरा-भरा, अविकसित या पानी से भरा है। अब शहर की कम्पनियां इसे और हरा-भरा बनाने में जुट गई हैं जो कर्मचारियों के आराम करने और उन्हें प्रकृति के करीब लाने के लिए सुंदर से सुंदर बगीचे बनाने के मुकाबले में हिस्सा ले रही हैं।

बर्लिन बिजनैस कंसल्टैंसी के कर्मचारियों को काम के बीच पुदीने वाली विशेष चाय परोसी जाती है जिसके लिए ताजा पुदीना कम्पनी बिल्डिंग की छत पर उगाया जा रहा है।

सप्री नदी के करीब स्थित कम्पनी की छत का उपयोग पुदीने के अलावा हरी पत्तेदार सब्जियों, सेम तथा लैवेंडर उगाने के लिए भी किया जा रहा है। गमलों के बीच एक बत्तख ने घोंसला भी बना लिया है।

कम्पनी में कार्यरत 37 वर्षीय कम्युनिकेशन्स मैनेजर जोहाना ब्रुएकर कहती है, “यह अद्वितीय है। पहले मुझे विश्वास नहीं था कि कोई कम्पनी ऐसा करेगी। लोगों को यहां काम करने में आनंद आता है।”

इस बीच उनकी एक सहयोगी फ्रांजीस्का लैंडग्राफ छत पर बने 120 वर्ग मीटर के बगीचे में अपने लैपटॉप के साथ बैठने के लिए जगह की तलाश में हैं जहां से नदी और उस पर बने ओबेरबाम पुल का शानदार नजारा दिखाई देता है।

बर्लिन शहर की एन्वायरनमैंट सीनेटर रिजीन गुंथेर कहती हैं, “आकर्षक कार्यालय तथा हरे-भरे स्थान फैलते शहर को स्वस्थ रखने में योगदान देते है जो कम्पनियों तथा उनके कर्मचारियों दोनों के लिए लाभदायक है।”

वह कम्पनी गार्डन्स बर्लिन 2018 प्रतियोगिता की संरक्षक भी हैं जिसके तहत शहर में अधिक हरियाली पैदा करने वाली कम्पनियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है और हर साल सबसे अच्छे बगीचे वाली कम्पनी को विजेता चुना जाता है।

बर्लिन पहले ही दुनिया के सबसे हरे-भरे शहरों में से एक है जिसका 44 प्रतिशत हिस्सा हरियाली अथवा पानी से ढंका है या अभी भी अविकसित है।

राजधानी में कितनी कम्पनियों ने अपने बगीचे बनाए हैं इस बारे में कोई पक्का आंकड़ा नहीं है परंतु अनुमान है कि इनकी संख्या दर्जनों में है। इनमें बेकर मार्किचेस लैंडब्राट, पावर कम्पनी वैटनफ़ॉल, पब्लिशर स्प्रिंगर, फार्मास्यूटिक्ल्स कम्पनी बेयर फार्मा तथा बर्लिन शहर का सफाई विभाग भी शामिल है।

जानकारों के अनुसार कार्यस्थलों पर इस तरह के बगीचे कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए तो अच्छे हैं ही, इनसे कम्पनी की छवि भी सुधरती है।

राष्ट्रीय ग्रीन सिटी फाऊँडेशन ने सबसे पहले सुंदर बगीचों के मुकाबलों का विचार पेश किया था और 2002 में उत्तरी शहर हनोवर में पहली प्रतियोगिता को लोकप्रिय करने के प्रयास शुरू किए। अब बर्लिन सहित उत्तरी राइन-वैस्टफलिया तथा बाडेन-वूएटैंमबर्ग जैसे राज्य अपनी-अपनी प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं।

कम्पनियां भी कुशल तथा प्रतिभाशाली कर्मचारियों को अपने साथ बनाए रखने के लीए बेहतर तथा स्वस्थ माहौल प्रदान करना चाहती हैं। बगीचे शहर के साथ ही कारोबार के लिए भी लाभदायक साबित हो रहे हैं।

कई कम्पनियों के कर्मचारी ही बगीचों की देखभाल करने या उनके निर्माण में मदद करते हैं। डिफ्रैंट नामक कम्पनी अपने बगीचे को संवारने के लिए पेशेवरों की सेवा ले रही है जबकि सम्पत्ति प्रबंधन कम्पनी डब्ल्यू. बी. एम. के कर्मचारी ही बगीचे की देखभाल करते हैं जिसने अपने एक बदसूरत कार पार्किंग को खूबसूरत बगीचे में बदल दिया है। कर्मचारी इसे बैठकों और कभी-कभी बारबेक्यू के लिए भी उपयोग करते हैं। अब रंग-बिरंगे पक्षियों ने यहां अपने घोंसले भी बना लिए हैं। कम्पनी ने अपनी छत पर भी घास उगा रखी है और मधुमक्खियां भी पाली जा रही हैं। कर्मचारी ब्रेक में या काम के बाद अपनी इच्छा से बगीचे की देखभाल करते हैं।

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