देश के अधिकतर हिस्सों में गर्मी में अपने चरम की ओर बढ़ रही है। हालांकि, हमारे देश में ऐसे स्थानों की कमी नहीं है जहां गर्मियों के मौसम में भी तापमान अधिक नहीं होता है। ये ऐसे स्थान हैं जहां गर्मी के मौसम में भी शीतल तथा सुहाने मौसम का आनंद लेने के साथ-साथ खूबसूरत आकर्षणों की सैर भी की जा सकती है। यहां आपको ऐसे ही कुछ स्थलों के बारे में बता रहे हैं जहां आपको इस बार की गर्मियों की छुट्टियों में अवश्य जाना चाहिए।
भारत की गर्मियों में यहां जाएं
दार्जीलिंग (Darjeeling): प्रकृति की गोद में
पश्चिम बंगाल के एकदम उत्तर में स्थित दार्जीलिंग गर्मियों के सर्वाधिक लोकप्रिय हॉलीडे डैस्टिनेशन्स में से एक है, जिसके चप्पे-चप्पे पर प्रकृति की कृपा बरसी है। कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी दार्जीलिंग की वादियों में हो चुकी है। इस सुन्दर स्थान पर पर्यटक आकर्षणों की भरमार है। बच्चों के लिए चिड़ियाघर से लेकर बड़ों के लिए पद्माजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क भी यहां है, जहां प्यारे लाल पांडा को करीब से निहार सकते हैं। यूनैस्को की विश्व धरोहरों में से एक बेहद धीमी गति से चलने वाली दार्जीलिंग ट्वॉय ट्रेन चाय के बगानों से लेकर सुन्दर वादियों में से गुजरती है।
तवांग (Tawang): ‘छुपा हुआ स्वर्ग’
समुद्र तल से 3048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित तवांग अरुणाचल प्रदेश का शहर तथा तवांग जिले का मुख्यालय भी है। यह स्थल प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत है जो ‘छुपे हुए स्वर्ग’ के नाम से भी पर्यटकों में लोकप्रिय है। पर्यटकों के लिए यहां खूबसूरत शिखर, छोटे-छोटे गांव, शानदार गोनपा, शांत झील, नूरानांग जलप्रपात, बुमला दर्रा, जसवंत गढ़ और इसके अलावा भी देखने के लिए बहुत कुछ है। इसके अलावा पर्यटक यहां अनेक बौद्ध मठ भी देख सकते हैं, जिनमें सबसे खास है एशिया का सबसे बड़ा तवांग मठ। गोल्डन नामग्याल ल्हात्से नामक यह मठ विश्व भर में विख्यात है। यह मठ एक पहाड़ी पर बना है और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 10,000 फुट है। यहां से पूरी तवांग-चू घाटी के सुन्दर दृश्य देखे जा सकते हैं। तवांग मठ दूर से किले जैसा दिखाई देता है जो पूरे देश में अपने प्रकार का अकेला बौद्ध मठ है। बौद्ध धर्म से संबंधित धर्मग्रन्थ रखे हुए हैं।
गंगटोक (Gangtok): भारत का स्विट्जरलैंड – गर्मियों में यहां जाएं
अक्सर भारत के स्विट्जरलैंड के नाम से पुकारा जाने वाला गंगटोक सिक्किम की राजधानी है। यहां देखने लायक कई स्थल हैं जैसे गणेश टोक, हनुमान टोक तथा ताशि व्यू प्वाइंट। अगर गंगटोक घूमने का पूरा लुफ्त उठाना चाहते हैं तो शहर को पैदल घुमें। यहां से कंचनजंगा पर्वत शिखर का नजारा बहुत आकर्षक प्रतीत होता है।
बौद्ध धर्म में रूचि रखने वालों के लीए यहां अमूल्य प्राचीन अवशेष तथा यहां अलग से तिब्बती भाषा, संस्कृति, दर्शन तथा साहित्य की शिक्षा दी जाती है। इन सबके अलावा प्राचीन कलाकृतियों के लिए पुराने बाजार, लाल बाजार या नया बाजार भी घूम सकते हैं। कुछ अन्य हिल स्टेशन भी यहां से अधिक दूर नहीं है जैसे कि कलीमपोंग तथा गुरुडोंगमार झील।
द्रास (Drass): देश के सबसे ठंडे स्थलों में से एक – गर्मियों में यहां जाएं
जम्मू-कश्मीर के कारगिल जिले में स्थित द्रास समुद्र तल से 3,230 मीटर पर बसा एक कस्बा है। विशाल पहाड़ों से घिरी द्रास घाटी जोजिला दर्रे के बेहद करीब है। कश्मीर से लद्दाख जाने के लिए यहीं से गुजरना पड़ता है। इस स्थान की एक विशेषता है कि यह देश के सबसे ठंडे स्थलों में से है, जहां सर्दियों में तापमान शून्य से 45 से 60 डिग्री सैल्सियस तक गिर जाता है। माना जाता है कि विश्व भर में सबेरिया के बाद यह दुनिया का ऐसा दूसरा सबसे सर्द स्थल है जहां लोग रहते हैं। यहां सर्दियों का मौसम मई महीने तक रहता है। इसके प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में है कारगिल वार मैमोरियल को कारगिल युद्ध के दौरान देश के लिए प्राण न्यौछावर लरने वाले सैनिकों को याद में निर्मित है। यहां से द्रास घाटी के अलावा एल.ओ.सी. (LOC: Line of control) भी देख सकते हैं। अन्य आकर्षणों में भीमबेत पत्थर, द्रौपदी कुंड, मिनमर्ग घाटी, चोरकियात जंगल, गोमचन घाटी आदि शामिल हैं।