दिलचस्प इतिहास: तटवर्ती कस्बे रिमिनी से दक्षिण-पूर्व में इस गणराज्य की ओर सफर करते हुए एक नाटकीय ढंग से सान मारिनो का प्रमुख आकर्षण-माऊंट टिटानस- नजर आने लगता है। 2475 फुट ऊंचा यह पर्वत तथा इसके साथ लगती पहाड़ियां सान मारिनो का हिस्सा हैं। इसके कस्बों में राजधानी सान मारिनो तथा 8 छोटे गांव या जैसा कि वहां इन्हें कहते हैं ‘कैसल’ शामिल हैं।
पत्थर काटने वाले एक ईसाई मैरिनस ने 1750 सालों से भी पहले सान मारिनो की स्थापना की थी जो रोमन सम्राट के धार्मिक दमन से बचने के लिए भाग रहा था। तभी से यह देश राजनीतिक तटस्थता रखते हुए आजादी के सिद्धांत का साथ दे रहा है। यहां दुनिया भर के शरणार्थियों को शरण भी मिली है।
रिमिनी से प्रवेश: रिमिनी से सान मारिनी तक सड़क और हैलिकॉप्टर दोनों से पहुंच सकते हैं। इटली से यहां प्रवेश के लिए पासपोर्ट या वीजा की जरूरत नहीं होती और न ही यहां कोई कस्टम कंट्रोल है। सीमा से कुछ ही मिनट के सफर पर स्थित है सेरावले कस्बा। यह एक बेहद लोकप्रिय उपनगरीय स्थल है जहां औद्योगिक विकास साफ दिखाई देता है। इसके बावजूद यहां इस देश के कुछ सबसे पुराने तथा अच्छे से संरक्षित महल हैं। 1463 में सेरावाले के सान मारिनो के आधिपत्य में आने के बाद से इस देश के क्षेत्रफल में एक इंच की भी वृधि नहीं हुई है।1797 में नेपोलियन ने इसकी सीमओं को फैलाने का प्रस्ताव दिया था जिसे सान मारिनो ने नकार दिया।यहां से कुछ आगे जाने पर बोर्गो मैग्गिओर नामक बाजार आता है जिसकी स्थापना 12वीं सदी में हुई थी। इसके मध्यकालीन चौक तथा माहौल आज भी ज्यादा बदले नहीं हैं और यहां पहुंचने पर अभी भी सदियों पुराना एहसास होता है।
सान मारिनो शहर: चाहें तो सैर करते हुए यहां से पैदल है सान मारिनो कस्बे तक जा सकते हैं। वैसे कार या केबल लिफ्ट राइड जैसे अन्य विकल्प भी हैं।
सान मारिनो शहर टिटनस नामक पर्वत की चोटी पर स्थित है। जहां से आस-पास के कुदरती नजारे देखते ही बनते हैं। दक्षिण की ओर एपेननाइन पर्वत, उत्तर में लम्बे-चौड़े मैदान तथा पहाडियों से लेकर दक्षिण की ओर खूबसूरत नीला एड्रियाटिक सागर दिखाई देता है। यदि दिन साफ हो तो 260 किलोमीटर दूर स्थित क्रोएशिया के तट की झलक भी दिखाई दे सकती है।
शहर के भीतर कई रोचक ऐतिहासिक महत्त्व के स्थल तथा इस गणराज्य के अतीत से जुड़े रंगीन अवशेष मौजूद हैं।
सेंट फ्रांसिस गेट से शहर में प्रवेश करने के बाद सामने सान फ्रांसिस चर्च दिखाई देता है जो इस देश का सबसे प्राचीन ही नहीं, बेहद कलात्मक ढंग से बना गिरजाघर भी है।
वैसे इस शहर को घूमने का असली आनंद पैदल सैर में ही है। यहां के अन्य प्रमुख आकर्षणों में वैलोनी महल, अनेक संग्रहालय, पियाज्जा देला लिबेर्टा नामक विशाल चौक, गोथिक शैली में निर्मित सरकारी महल, बैसिलिका ऑफ सान मारिनो भी शामिल हैं। शहर के अन्य महलों में रोक्का, फ्रेटटा तथा मोंटेल प्रमुख हैं। चोटियों पर स्थित ये महल बेहद शानदार हैं तथा यहां से खूबसूरत नजारे भी दिखाई देते हैं।
पारम्परिक उत्सव: सान मारिनो शहर के रंगारंग उत्सवों के दौरान यहां की सैर और भी खास बन जाती है। अप्रैल तथा अक्तूबर महीनों की पहली तिथि को यहां विशेष उत्सव आयोजित होते हैं। प्रति वर्ष सितम्बर में सेंट्स डे तथा गणतंत्र स्थापना दिवस भी धूमधाम से मनाए जाते हैं।